Skip to main content

Posts

Showing posts from May, 2022

हमसफर

आप तलाशते रहिए  सच्चे हमसफर जिंदगी भर, झोंकते रहिए खुद को  अंतहीन वेदनाओं से रोजाना, और अंत में जब  किसी के सारे कष्ट अपने लगने लगे, तब  समझो तुम्हारी तलाश पूरी हुई । आप चलते रहिए तमाम उम्र सफ़र में, अपना लीजिए हर एक को  जो भी रुकना चाहे हजर में, आसां लगने लगे मंजिल  जिसके  होने से  कठिन डगर में, तब समझो तुम्हारी तलाश पूरी हुई । हुनर की आलोचना भी हो,  प्रतिकार हो दंभ का भी, अश्रु पूरित हो नयन जब, प्रेम हो, विकल भी, कल्पनाएं जब हकीकत सी लगने लगे, तब समझो तुम्हारी तलाश पूरी हुई ।

ईद और चांद

ईद पर चांद दिखे, तो बात बने, बिछड़ा कोई पुराना यार मिले, तो बात बने, संगदिली का लिहाफ काटकर, ज़रा ज़रा जो कई बार मिले, तो बात बने !

Adv

Followers

Wikipedia

Search results

Visitor No.

Translate