तुम्हारी पसंद

तुम्हें गीत पसंद हैं,
मुझे उन गीतों को गाती हुई तुम ।
तुम्हें रोशनी पसंद हैं,
मुझे अंधेरों से डर के पास आती हुई तुम।
तुम्हें पसंद है शाम,
मुझे उस शाम में दिन भर के किस्से सुनाती हुई तुम ।
तुम्हें बारिश पसंद है,
मुझे उस बारिश में भीगती हुई तुम ।

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