तुम्हारे चले जाने के बाद
तुम्हारे चले जाने के बाद मेरे हिस्से आया एकांत,
जो ठीक वैसा ही सुकून दायक है, जैसे तुम हो,
लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं कि तुम मत आओ,
तुम्हारे चले जाने के बाद मैंने चाहा तुम आओ,
और मेरे कंधे से बोझ को हल्का कर दो ,
परंतु तुमने मुझे इतना मजबूत बनाया है कि इसकी ज़रूरत नहीं,
मैं चाहती हूं तुम घनघोर बारिश में,
कभी कभी भीगकर मेरे लिए आओ !
मैं चाहती हूं तुम फिर आओ,
मेरी इन शामों में जैसे पहले आया करते थे,
और मेरा हाथ पकड़ कर अपनी सारी बातें बताओ !
फिलहाल तुमको जैसा ठीक लगे तुम वैसे आओ,
मेरे लिए तुम्हारा आना ज़रूरी है !
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By one of the page followers
~शिखा
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