एक ऐसी बारिश हो
एक ऐसी बारिश हो जिसमें भीगने पर सब सही हो जाए,
ना किसी के अस्तित्व की चिंता, ना विनाश का भय,
ना समय के आने की फिक्र ना समय के दुर्लभता से व्यतीत होने की घबराहट,
ना किसी के अमीर होने का घमंड , ना किसी को अपने गरीबी का पछतावा,
ना किसी के चाहने की चाह, ना किसी के नफरत का खौफ
ना किसी के आने की खुशी,न किसी के जाने का गम,
एक ऐसी बारिश हो जो सब बदल दे,
एक ऐसी बारिश हो जो सब सही कर दे,
एक ऐसी बारिश हो जो अपनी आंधी में उड़ा ले जाए गमों को,
जो उड़ान दे उन ख्वाबों को जिनको सच्चे मन से करने की तीव्र इच्छा हो,
~शिखा 💌
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