उलट पलट
तो अगर ऐसा हो, जो अभी तक सभी सिद्धांत बनाए गए, जितनी भी भाषाओं को तमने सीखा, जितने भी वर्णों को तुमने पहचाना, जितने भी नियमों का पालन किया , एकाएक तुमने पाया , वो वास्तव में कभी ऐसे थे ही नहीं, तुमने वही सीखा जो लोगों के द्वारा तुम्हें बताया गया, तो क्या करोगे? इस उलट पलट को सही करके हर एक को बताओगे? या फिर इससे आसान इस उलट पलट को सीधा मानते हुए , आगे से इन उलट पलट से परे खोज करोगे? तो फिर ऐसे उलट पलट से तुम असल ज़िंदगी में परेशान क्यूं? अपना सीधा नियम बना के आगे बढ़ने में इतना समय क्यूं?